इस्पात उत्पादन क्षमता (वर्तमान में 109 मिलियन टन, उत्पादन 90 मिलियन टन (लगभग)) को बढ़ाना और इस्पात उत्पादन में वृद्धि में सुविधा प्रदान करना।
त्रैमासिक रूप से सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के पूंजीगत व्यय और आधुनिकीकरण और विस्तार कार्यक्रमों की निगरानी करना।
इस्पात उद्योग के लिए घरेलू और विदेशी स्रोतों से कच्चे माल की पर्याप्त उपलब्धता को सुविधाजनक बनाना।
इस्पात क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास को सुविधाजनक बनाना, बढ़ावा देना और लौह एवं इस्पात उत्पादन के प्रदर्शन मापदंडों की निगरानी करना।
इस्पात मंत्रालय के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में विलय, अधिग्रहण और संयुक्त उद्यमों की निगरानी करना और सुविधा प्रदान करना।
इस्पात मंत्रालय के नागरिक चार्टर के सेवा निष्पादन मानकों के अनुसार त्वरित प्रतिक्रिया या ग्राहकों की समस्याओं के निवारण के माध्यम से ग्राहक / क्लाइंट संतुष्टि में वृद्धि करना।